Kobner Phenomenon
What is kobner phenomenon? Kobner phenomenon, also known as Koebner phenomenon or isomorphic response, is a skin reaction characterized by the appearance of skin lesions or rashes on previously unaffected areas of the skin following trauma, injury, or surgical procedures. This phenomenon is named after Heinrich Köbner, a German dermatologist who first described it in 1876. Common triggers: Characteristics: Conditions associated with Kobner phenomenon: Treatment focuses on managing underlying skin conditions and preventing further trauma. कोबनर प्रभाव (Kobner Phenomenon) कोबनर प्रभाव, जिसे कोएबनर प्रभाव या समान रूप से आइसोमॉर्फिक प्रतिक्रिया भी कहा जाता है, एक त्वचा प्रतिक्रिया है जिसमें पहले से अनुप्रभावित त्वचा क्षेत्रों पर चोट, चोट या सर्जिकल प्रक्रियाओं के बाद त्वचा के घाव या दाने दिखाई देते हैं। इस प्रभाव का नाम हेनरिच कोबनर, एक जर्मन त्वचा विशेषज्ञ के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने पहली बार 1876 में इसका वर्णन किया था। सामान्य ट्रिगर्स: विशेषताएं: कोबनर प्रभाव से जुड़ी स्थितियां: उपचार में मूल त्वचा स्थितियों का प्रबंधन और आगे चोट को रोकना शामिल है।